Sunday, June 1, 2008

प्रेम

प्रेम की एक शर्त होती है,
की प्रेम की कोई शर्त न हो।
प्रेम का एक अर्थ होता है,
की प्रेम में कोई 'अर्थ' न हो।



No comments:

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...